इस समय जेल में रहने के बाद भी राष्ट्र संत ने तीर धनुष लिए नागा समुदाय को गोरखपुर रेलवे स्टेशन पर रोका गया

गोरखपुर अयोध्या में 90 के दशक में बाबरी मस्जिद रूपी ढांचे को ध्वस्त करने के लिए लाखों की संख्या में राम भक्तों ने गोरखपुर से अयोध्या के लिए कुछ किया था जिसमें मौजूदा प्रदेश की सरकार ने राम भक्तों पर गोलियां चलवाई रही थी



 जब यह जानकारी असम नागालैंड के नागा समुदाय के लोगों को हुई तो अपनी सांस्कृतिक रूप तीर और धनुष के साथ अयोध्या के लिए सैकड़ो की संख्या में रवाना हो गए नागालैंड से जब नागा समुदाय के लोग रवाना हुए तो केंद्र और प्रदेश की सरकार के सांसे फूलने लगी उस समय ब्रह्मलीन महंतअवैद्यनाथ मंडलीय कारागार गोरखपुर में बंद थे सरकार ने ब्रह्मलीन महंत अवैद्यनाथ को जेल से ही संपर्क किया और उन सैकड़ो हजारों की संख्या में नागालैंड से चलने वाले आदिवासी लोग समुदाय को रोकने की पहल की गई क्योंकि ब्रह्मलीन महंत बैद्यनाथ जेल में बंद थे उन्होंने पूर्ण राम सेवकों को रोकने के लिए अपने सबसे खास व्यक्ति डॉक्टर राधा मोहन दास अग्रवाल सहित कई लोगों को लगाया डॉक्टर राधा मोहन दास अग्रवाल मौजूदा में भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री पद पर है और राज्यसभा सांसद भी है आज उनके दिल से वह बातें निकल ही आई जो 90 के दशक में उनके दिल में दबी हुई थी लेकिन आज जब अयोध्या राम मंदिर मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा की शुभ घड़ी आई तो उनका दिल से आखिर वह बातें निकल ही गई उन्होंने कहा कि रोक नहीं गया था राष्ट्र संत ब्रह्मलीन महंत बैद्यनाथ ने उन्हें अपने तरीके से आंदोलन में रूपरेखा तैयार करने के लिए हम लोगों को लगाया और हम लोगों ने उनको समझाया आज हुआ शुभ घड़ी है जब हम राष्ट्र संत ब्रह्मलीन महंत अवैद्यनाथ को याद कर रहे हैं जिन्होंने उसे समय राम मंदिर की कल्पना कर राम मंदिर के लिए आंदोलन किया था मांग की थी वह सब स्वयं भारत रत्न है और ऐसे महापुरुष को हमें गर्व है कि हम उनके दिखाएं रास्तों पर चलते रहे और उनका आशीर्वाद हमेशा हमें मिलता रहा है
डाक्टर राधा मोहन दास अग्रवाल

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