22 जनवरी प्राण प्रतिष्ठा के दिन गोरखपुर में जन्मे वैदेही और राघव,, जिला महिला अस्पताल में बच्चो के माता-पिता ने रामउत्सव पर अस्पताल कर्मियों को खिलाई मिठाई,मनाया उत्सव

गोरखपुर में जन्मे वैदेही और राघव
22 जनवरी प्राण प्रतिष्ठा के दिन जिला महिला अस्पताल में बच्चों के जन्म को लेकर किया गया था खास इंतजाम
बच्चों के माता-पिता ने रामउत्सव पर अस्पताल कर्मियों को खिलाई मिठाई
 
गोरखपुर। अयोध्या में भगवान श्रीराम के प्राण प्रतिष्ठा उत्सव के दिन गोरखपुर जिला महिला अस्पताल में, जिन बच्चों का जन्म हुआ उनके माता-पिता ने भी खुशी में, अपने बच्चों का नाम राम और सीता के नाम पर रख दिया। किसी ने अपनी बेटी का नाम वैदेही तो किसी ने अपने पुत्र का नाम राघव रखा। राम और सीता भी लोगों के बच्चों के नाम रखे गए।जिला अस्पताल में प्राण प्रतिष्ठा के दिन यानी की सोमवार 22 जनवरी को कुल 11 बच्चों का जन्म हुआ। जिसमें सर्जरी और नॉर्मल दोनों डिलीवरी हुई। 




जिस समय भगवान राम का अयोध्या में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आरती उतार रहे थे, और उनका भाषण खत्म हो रहा था। यानी कि लगभग दिन के ढाई बजे तक कल 6 बच्चों ने जन्म ले लिया था। जिसमें तीन बेटे और और तीन बेटियां थी। गोरखपुर, कुशीनगर और संत कबीर नगर जिले से आई हुई प्रसव पीडिता महिलाओं ने इन बच्चों को जन्म दिया।
गोरखपुर शहर के हनुमंत नगर पादरी बाजार की निवासी शिवांगी पांडेय ने सोमवार को प्राण प्रतिष्ठा से पहले, पुत्र को जन्म दिया तो उनके परिवार के लोग खुशी से झूम उठे। सबने पहले से ही मन में ठान लिया था कि उनके घर लक्ष्मी स्वरूपा कन्या पैदा होती है तो उनका नाम वैदेही रखेंगे। और पुत्र हुए तो राघव। भगवान ने उनकी सुनी और जब पुत्र घर में पैदा हुआ तो लोग खुशी से झूम उठे। 
अस्पताल में ही बच्चे का नाम राघव रख दिया। इसी प्रकार सीमा जो  हाटा खुर्द उरुवा बाजार की रहने वाली एक पुत्री  को जन्म दिया जिसका उन्होंने माता सीता के पर्यायवाची नाम पर मिथिलेश रख दिया वही  चांदनी शर्मा जो जिले के पिपराइच क्षेत्र की रहने वाली हैं, उन्होंने भी पुत्र को जन्मदिन चांदनी शर्मा जो जिले के पिपराइच क्षेत्र की रहने वाली हैं, उन्होंने भी पुत्र को जन्म दिया। उनके घर वालो ने भी अपने बच्चों का नाम राम रखा। यह लोग खुशी के मारे झूम रहे थे। क्योंकि एक तरफ भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा से इनका मन खुशी से सराबोर था तो दूसरी तरफ उनके परिवार में, प्रभु की कृपा से संतान के रूप में पुत्र रत्न की प्राप्ति हुई थी। जो उनकी खुशियों का मिठास दूना कर रही थी।
इसी प्रकार शहर के कूड़ाघाट की रहने वाली प्रतिभा गुप्ता को पुत्री रत्न की प्राप्ति हुई तो उनके परिवार के लोग भी मायूस नहीं हुए। क्योंकि इन्हें भी अपने परिवार में पहली संतान के रूप में जो भी रत्न प्राप्त होने वाला था,  उसका यह बेसब्री से इंतजार कर रहे थे। और जब कन्या रूप में पुत्री प्राप्त हुई तो यह भी उसका नाम वैदेही रखें। यह लोग घर से तय करके आए थे। बेटे बेटियों का नाम, जन्म सबका उत्साह और उल्लास अस्पताल परिसर में भी देखने को मिला। यह लोग खुशी के मारे नर्स और डॉक्टर में मिठाई बांट रहे थे। तो अस्पताल वालों ने भी आज के अवसर पर जन्म लेने वाले बच्चों के लिए बेहतर इंतजाम किया था । संत कबीर नगर धनघटा की मुस्लिम महिला रहवरी खातून ने भी इस दौरान लड़की को जन्म दिया। उनकी बेटी का नाम तो फिलहाल नहीं रखा गया लेकिन उसने कहा जब देश में लोग खुशी मना रहे हैं तो हमें भी बड़ी खुशी है। परिवार के लोग जो नाम उचित समझेंगे बच्ची का रखेंगे। इसी प्रकार गीता और सुमिता मिश्रा ने भी बेटे और बेटियों को जन्म दिया। जिनका नाम प्रभु राम और माता सीता के विभिन्न नाम के रूप में रखा गया। अस्पताल के रिकॉर्ड के अनुसार उनके यहां सोमवार को कुल 11 डिलीवरी होनी है। जिसमें जो बच्चे जन्म लेंगे परिवार के लोगों ने कुछ ऐसा ही नाम रखने की इच्छा जताई है।

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